
समरसता यात्रा समाजों के बीच समरसता का भाव पैदा कर रही है
मुरैना में जनसंवाद को अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किया संबोधित
मंदसौर, बडवानी, मुरैना, सिवनी और सीधी जिलों में नागरिकों के बीच पहुंची यात्राएं
भोपाल। सागर में 100 करोड की लागत से बनने वाले संत रविदास मंदिर से प्रदेश के हर समाज को जोडने के उद्देश्य से पांच स्थानों से निकली संत रविदास समरसता यात्रा गुरूवार को मंदसौर, बडवानी, मुरैना, सिवनी और सीधी जिलों के नागरिकों के बीच पहुंची। यात्रा का जगह जगह पुष्पवर्षा कर नागरिकों ने स्वागत और अगवानी की। भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ आम नागरिक इस यात्रा के साथ चल रहे है। जगह-जगह पारंपरिक स्वागत के साथ जनसंवाद के माध्यम से संत रविदास का संदेश और दर्शन जनता के बीच पहुंच रहा है।
*संत रविदास जी कोई संत नहीं, परमहंस हैं - लालसिंह आर्य*
श्योपुर से प्रारंभ हुई यात्रा तीसरे दिन सुमावली के विभिन्न गांवों में भ्रमण करती हुई। मुरैना पहुंची जहां स्थानीय लोगों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया। यात्रा नगर भ्रमण करते हुए टाउनहॉल पहुंची जहां जनसंवाद हुआ। जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालसिंह आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहल पर समरसता की 5 यात्रायें प्रारंभ की गई है। यह यात्रायें अलग-अलग जिलों से प्रारंभ होकर 12 अगस्त को सागर जिले में पहुंचेगी, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 100 करोड़ रूपये की लागत से संत रविदास जी मंदिर की आधारशिला रखेंगे। इस मंदिर के निर्माण में 313 पवित्र नदियों का जल और 53 हजार पंचायतों की मिट्टी एकत्रित कर उस मंदिर निर्माण में लगाई जायेगी, ताकि सभी समाज में समरसता का भाव बना रहे। संत रविदास जी कोई साधारण संत नहीं, बल्कि परमहंस थे।
श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि संत शिरोमणि गुरूदेव रविदास जी की समरसता यात्रा प्रदेश भर में 5 स्थानों से प्रारंभ की गई है। जिसमें एक यात्रा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा और दूसरी यात्रा केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा श्योपुर से प्रारंभ की गई है। यह यात्रा मुरैना, भिण्ड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर से होते हुई 12 अगस्त को सागर पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि संत शिरोमणि गुरूदेव रविदास जी की चरणपादुका का पूजन कर यात्रा प्रारंभ की गई है। पूर्व मंत्री श्री लालसिंह आर्य ने कहा कि संत रविदास जी कहते थे, कि मैं गरीबों की चिंता करता हूं, लोगों में समरसता का भाव बना रहे। उन्होंने कहा कि मंदिर में व्यक्ति पूजा करता है, भगवान मिले या न मिले, किन्तु शिवराज सिंह अपनी जनता की उसी प्रकार सेवा कर रहें है, उन्हें भगवान जरूर मिलेंगे। इस प्रकार की समरसता की यात्रायें पहले 49 वर्षो में कभी भी नहीं निकाली गई। कार्यक्रम को मध्यप्रदेश बांस एवं बांस शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष तथा समरसता यात्रा के संयोजक श्री घनश्याम पिरोनिया, अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री रघुराज सिंह कंषाना, पूर्व मंत्री श्री मुंशीलाल, श्री रुस्तम सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉ. योगेशपाल गुप्ता, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हमीर सिंह पटेल, समाजसेवी श्री रामनरेश शर्मा, श्री सोनू सिकरवार, श्री दिलीप पिप्पल, श्री राजकुमार यादव, श्री बालकृष्ण शर्मा, श्री अरविन्द सिकरवार, श्री अल्ली गोयल, उमा राजपूत, श्री कमलेश कुशवाह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
नीमच के जावद से प्रारंभ हुई समरसता यात्रा मनासा विधानसभा के विभिन्न गांवों में भ्रमण करते हुए गुरूवार को मंदसौर जिले के सुवासरा और गरोठ विधानसभा के गांवों में पहुंची। सुवासरा में पार्टी जिलाध्यक्ष श्री नानालाल अटोलिया, यात्रा के जिला प्रभारी श्री राजेश पालीवाल, मंडल अध्यक्ष श्री जीवन शर्मा, जनपद अध्यक्ष श्री बसंत शर्मा सहित पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और प्रबुद्धजनों ने यात्रा का स्वागत करते हुए जल कलश और संत रविदास जी चरण पादुकाएं सिर पर रखकर नगर भ्रमण किया। यहां से यात्रा दीपाखेडा, साताखेडी, दलावदा, लदुना, सूरखेडा, खानडी, कम्माखेडी, बोरखेडा, नाटारा, कयामपुर, धाकडपिपल्या और गलिहारा गांवों में पहुंची। जहां ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। यात्रा में महंत श्री जितेन्द्रदास महाराज, श्री शंभु महाराज भी शामिल थे। जनसंवाद करते हुए महंत श्री जितेन्द्रदास महाराज ने संत रविदास जी के संदेश और उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में बताया। यहां से यात्रा गरोठ विधानसभा के बरखेडा लोया, रूपरा, कुरलाती, लांबीखेडी, नारिया और खाकरी गांव पहुंची।
*प्रदेश सरकार के मंत्री ने बडवानी में यात्रा की अगवानी की*
मांडव से शुरू हुई संत रविदास समरसता यात्रा तीसरे दिन कुक्षी पहुंची जहां अंबेडकर चौराहे पर बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा का नगर में चल समारोह प्रारंभ हुआ। जिसमें पवित्र माटी और जल के साथ रथ में संत पादुका लेकर यह यात्रा नगर के कचहरी चौक, मगलवारिया, सिनेमा चौपाटी विजय स्तंभ चौराहे सहित नगर में भ्रमण किया। इस दौरान नगरवासियों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया और संत रविदास जी की चरण पादुका का पूजन किया। मंदिर निर्माण यात्रा में शामिल पूर्व मंत्री श्रीमती रंजना बघेल, पार्टी के प्रदेश मंत्री श्री श्री जयदीप पटेल पूर्व विधायक श्री मुकाम सिंह किराड़े, यात्रा सह प्रभारी श्री सावन सोनकर, जिला अध्यक्ष श्री मनोज सोमानी, नगर परिषद अध्यक्ष कुक्षी श्रीमती रेलम चौहान, अनुसूचित जाति मोर्चा जिला अध्यक्ष श्री पूनमचंद फकीरा सहित पार्टी नेताओं के साथ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। यहां से यात्रा कापसीफाटा होते हुए डही, निसरपुर के कोडवा, भवरिया, पिपलिया, टेमरिया, पिपलूद गांवों में पहुंची। डही के कृषि मंडी प्रागंण में जनसंवाद का कार्यक्रम हुआ। यहां से यात्रा बडवानी जिले में प्रवेश हुई जहां प्रदेश सरकार के मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने संत रविदास जी के चरण पादुका को मस्तक पर रखकर यात्रा का स्वागत किया। उनके साथ प्रदेश मंत्री श्री जयदीप पटेल, यात्रा सह प्रभारी श्री सावन सोनकर, जिलाध्यक्ष श्री ओम सोनी सहित पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि बडी संख्या में उपस्थित थे। यात्रा का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया।
*सीधी के कुसमी पहुंचने पर समरसता यात्रा का शहनाई के साथ किया भव्य स्वागत*
संत रविदास यात्रा का तीसरे दिन सीधी जिले के कुसमी पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। धौहनी विधायक श्री कुंवर सिंह टेकाम, जिलाध्यक्ष श्री देवकुमार सिंह चौहान ने संत शिरोमणि श्री रविदास जी की चरण पादुका और कलश का पूजन कर उन्हें अपने सिर पर उठाकर जिले में यात्रा का शुभारंभ किया गया। उनके साथ यात्रा के जिला संयोजक श्री अनिल पाण्डे, श्री राकेश मौर्य, श्री जितेन्द्र सिंह चौहान, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हीराबाई सिंह, जनपद सदस्य श्रीमती जमुनी देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा समरसता यात्रा का हर्सोल्लास के साथ आत्मीय स्वागत किया गया। अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं यात्रा प्रभारी डॉ. कैलाश जाटव, सह प्रभारी श्री प्रवीण मेश्राम यात्रा में साथ चल रहे थे। धौहनी विधानसभा में यात्रा के प्रवेश करते ही कुसमी, दुआरी, टमशार, महखोर,टिकरी, बरम बाबा, नेबूहा, पटेहरा, मडरिया, सीधी पहुंची, जहां जनसंवाद का कार्यक्रम हुआ।
जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. कैलाश जाटव ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास एक समाज, एक प्रदेश और एक देश के ही संत नहीं बल्कि सर्व समाज के संत हैं। जिनके विचार आज भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान संत रविदास के विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए और उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को साकार करने में जुटे हुए हैं।
धौहनी विधायक श्री कुंवर सिंह टेकाम ने यात्रा का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए अत्यंत गौरव का पल होगा, जिस दिन सागर में संत शिरोमणि रविदास जी का भव्य मंदिर बनेगा। भारतीय जनता पार्टी की सरकार और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह के प्रयासों से सागर में 100 करोड़ की लागत से बनने वाला मंदिर केवल मंदिर नहीं बल्कि तीर्थ क्षेत्र, आध्यात्मिक क्षेत्र और अध्ययन अध्यापन का एक विशिष्ट केंद्र के रूप में जाना जाएगा। कार्यक्रम को जिलाध्यक्ष श्री देवकुमार सिंह चौहान ने भी संबोधित करते हुए कहा कि संत शिरोमणी श्री रविदास महाराज ने सामाजिक समरसता पर आधारित समता मूलक समाज का संदेश दिया। यह यात्रा उनके संदेश को जन जन तक पहुंचा रही है।
*श्योपुर से प्रारंभ हुई यात्रा का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत*
श्योपुर से प्रारंभ हुई यात्रा तीसरे दिन जौरा विधानसभा के अलापुर पहुंची, जहां ग्रामीणों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया। यात्रा सांकरा, रूनीपुरा, निदान, मही होते हुए सुमावली विधानसभा पहुंची। यहां टिकटोली गुजर जहां सुमावली में जनसंवाद हुआ। बडी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, गणमान्यजन, संत समाज और आमजन यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के दौरान नागरिक अपने साथ लाए हुए विभिन्न पवित्र नदियों का जल और मिट्टी सागर में बनने वाले मंदिर निर्माण के लिए रथ के यात्रियों को भेंट की।
*कटंगी क्षेत्र के ग्रामों का भ्रमण कर सिवनी जिले में प्रवेश हुई यात्रा*
संत रविदास जी के विचारों एवं संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बालाघाट से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई समरसता संदेश यात्रा ने तीसरे दिन आज 27 जुलाई को कटंगी एवं तिरोड़ी तहसील के ग्रामों का भ्रमण किया और शाम को अंबा माई से सिवनी जिले में प्रवेश किया। कटंगी एवं तिरोड़ी तहसील के ग्रामों में समरसता यात्रा के प्रवेश करने पर ग्रामीणों द्वारा बड़े ही उत्साहि के साथ स्वागत किया और चरण पादुका का पूजन किया।
यात्रा के प्रभारी एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र जामदार के नेतृत्व में यह यात्रा 26 जुलाई की शाम को कटंगी पहुंची थी। कटंगी में रात्री विश्राम के बाद समरसता यात्रा 27 जुलाई को कटंगी के यात्रा प्रभारी श्री नरेन्द्र भैरम, श्री प्रशांत मेश्राम, श्री शंकर लाल टांडेकर, श्री अमीरचंद छिपेश्वर गुरूजी एवं पूर्व जनपद अध्यपक्ष श्री पूरनलाल चौधरी, जिला समन्वयक मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद श्री सुशील कुमार बर्मन, ब्लॉक समन्वयक, समस्त नवाकुर संस्था, परामर्शदाता, मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्रों एवं समिति एवं ग्रामीणजनों की उपस्थिति में प्रारंभ हुई और सबसे पहले अर्जुनलाला पहुंची। अर्लुननाला से ग्राम खजरी, कटेदरा, सावरी, पौनिया, मानेगांव होते हुए कटंगी बायपास से अंबामाई पहुंची और वहां से सिवनी जिले की सीमा में प्रवेश किया। कटंगी में रात्री विश्राम के दौरान संत रविदास जी के संदेशों एवं विचारों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम पुरस्कृत किये गये। समरसता संदेश यात्रा के ग्रामों में पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा उत्सामह एवं उमंग के साथ यात्रा का स्वानगत किया गया और श्रद्धाभाव के साथ चरण पादुका पूजन किया गया। ग्राम पौनिया में जनसंवाद का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस दौरान ग्रामीणों को संत रविदास के बारे में बताया गया कि वे एक समाज सुधारक होने के साथ ही बेहद धार्मिक स्वभाव के व्ययक्ति थे। भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक संत रविदास ने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों को भी बखूबी निभाया। उन्होंने लोगों को भेदभाव से दूर रहने और समाज में प्रेम, सदभाव फैलाने की शिक्षा दी। इस अवसर पर जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र जामदार, मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरनंद जी, पूर्व विधायक श्री के डी देशमुख, अन्य् गणमान्यए नागरिक एवं बड़ी संख्या में आम जन उपस्थित थे।
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